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Friday, October 28, 2011

श्रद्धांजलि

सूनी घाटी के सूरज  की  कीर्ति कथा अति न्यारी !

वरद लाल वाणी के भारत का जन मन बलिहारी !

विश्व पटल पर हिन्दी की नव व्यंग्य ध्वजा फहराकर ,

अमर हुए  श्रीलाल शुक्ल , रच  अमर  राग दरबारी!!

            सत्य धाम यात्रा पर करता नमन राष्ट्र यह सारा !
          श्रद्धा सुमन समर्पित पदतल कोटि प्रणाम हमारा !

























3 comments:

अनुपमा पाठक said...

श्रद्धांजलि!

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

विनम्र श्रद्धांजलि

रविकर said...

रवि को रविकर दे सजा, चर्चित चर्चा मंच

चाभी लेकर बाचिये, आकर्षक की-बंच ||

रविवार चर्चा-मंच 681