विजेट आपके ब्लॉग पर

Tuesday, March 31, 2015

सरल बहुत है बच्चों का मन बहलाना भी मेले में
बहुत भीड़ है घड़ी दिला दूंगा चल लाल अकेले मे बचपन रहा भटकता ऐसे देख खिलौने सजे हुए
मुड़कर देखा उलझ गया बच्चा संसार झमेले में

No comments: